Home > बवासीर > बवासीर से छुटकारा पाने के घरेलू उपचार
बवासीर से छुटकारा पाने के घरेलू उपचार

बवासीर से छुटकारा पाने के घरेलू उपचार

पाइल्स रोग ऐसी समस्या है, जो दर्दभरा होने के साथ शर्मिन्दगी भरा भी है। बवासीर होने पर अक्सर लोग इसे छुपाने की कोशिश करते हैं। अन्य लोगों से बताने में शर्म व झिझक महसूस करते हैं। लेकिन यहां ये बात समझने की है कि ये एक ऐसा रोग नहीं है, जो स्वयं भी बिना उपचार के ठीक हो जाये। बल्कि इसके प्रति लापरवाही बरतने स्थिति और भी बिगड़ जाती है। अतः बिना देरी किये शीघ्र ही इसका उपचार कराना आवश्यक होता है।

इस हिंदी लेख में हम आपको पाइल्स के लिए घरेलू उपाय बता रहे हैं, जिनका अनुसरण करके आप बेहतर परिणाम हासिल कर सकते हैं।

छांछ

आप छांछ के सेवन से बवासीर को प्रभावशाली तरीके से ठीक कर सकते हैं। पाइल्स के उपचार में ये एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। आप करना ये है कि एक चुटकरी नमक और एक चौथाई चम्मच अजवाइन को एक गिलास छांछ मिलाकर रोजाना पिएं। नियम से ये उपाय करें, आपको शीघ्र ही आराम मिलेगा।

मूली

पाइल्स के लिए सबसे उत्तम नेचुरल औषधी है मूली। बवासीर के उपचार में इसका भारी मात्रा में इस्तेमाल किया जाता है। आधा गिलास के बराबर मूल का रस निकाल लें। इसमें एक चुटकी भर नमक डालकर दिन में दो बार पियें। इसके अतिरिक्त इस पेस्ट को मिलाकर गुदा खोलने के क्षेत्र के पास लगायें। इससे दर्द और सूजन को कम करने में मदद मिलेगी।

काला जीरा

खूनी बवासीर में रामबाण की तरह काम करता है काला जीरा। भारत में भी इसका व्यापक तौर पर प्रयोग किया जाता है। बवासीर के लक्षणों को कम करने के लिए आप यह उपाय करें। जीरा पाउडर में पानी मिलाकर गाढ़ा पेस्ट तैयार कर लें। इसके बाद लगभग 10 से 15 मिनट के लिए सूजन वाले क्षेत्र के आसपास इसे लगायें।

लहसुन

दर्दनाक बवासीर के इलाज में लहसुन एक बेहतर विकल्प है। इसमें अधिक सूजन को कम करने वाले, विरोधी बैक्टीरियल और कसैले गुण मौजूद होते हैं। तीव्र पीड़ा और सूजन में यह आराम पहुंचाता है। मल त्याग को आसान बनाता है। आप रोजाना कच्चे लहसुन का सेवन कर सकते हैं। साथ ही इसको आप सपोसिटरी के तौर पर भी प्रयोग में ले सकते हैं। इसमें रोगाणुओं को नष्ट करने की क्षमता होती है।

पपीता

पाइल्स के उपचार में पपीता का इस्तेमाल काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। पपीता में विटामिन और खनिज अच्छी मात्रा में होता है। साथ ही इसमें एक पॉवरफुल पाचन एंजाइम पपैन होता है, जो खूनी बवासीर के उपचार में बहुत असरदार माना जाता है। नाश्ते में आप इसका सेवन कर सकते हैं। या फिर ऐसा भी कर सकते हैं कि आंत्र आंदोलन को कम करने के लिए गुदा के आसपास इस रस को लगा सकते हैं। जितना हो सके कच्चा पपीता अपने सलाद में शामिल करें।

बादाम

प्रतिदिन सुबह 2 से 3 बादाम खाने से पाइल्स का बेहतरीन ट्रीटमेंट होता है। इसमें भी आहार फाइबर का बढ़िया स्रोत होता है, जो आँतों के कार्य करने की क्षमता को सुधारता है। प्रभावशाली परिणाम पाने के लिए आपको बादाम को अच्छे से यानी कम से कम 50 गुना चबाना चाहिए। आप चाहें तो खुजली व सूजन में आराम पाने के लिए प्रभावित क्षेत्र पर बादाम के तल का प्रयोग भी कर सकते हैं। बाहरी बवासीर के बेहतर इलाज में बादाम का तेल बहुत उपयोगी है। इससे त्वचा भी शांत रहती है।

ईसबगोल

सभी बवासीर रोगियों के लिए ईसबगोल रामबाण इलाज है जो एक घुलनशील आहार फाइबर का समृद्ध स्रोत है। गर्म पानी या दूध के एक गिलास में ईसबगोल भूसी का एक चम्मच मिलाएँ और सोते समय रोजाना इसे पिएं। यह शौच की प्रक्रिया को कम करता है और मल को निकालते समय दर्द को कम करता है।

सूखे अंजीर

सूखे अंजीर का सेवन पाइल्स के उपचार में बहुत प्रभावशाली होता है। इसको सेवन करने के तरीके में आप रात को सूखे अंजीर को पानी में भिगोकर रख दें। अगली सुबह इसका सेवन कर लें। 2 से 3 सप्ताह तक ये उपाय करने से आपको बवासीर की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।

अरंडी का तेल

पाइल्स की समस्या में अरंडी का तेल आपको बहुत आराम पहुंचा सकता है। दरअसल अरंडी का तेल की मदद से आपका सख्त मल, मुलायम होता है। सुबह मल त्याग में समय अधिक दबाव नहीं बनाना पड़ता है। मल त्याग आसान होता है व दर्द में आराम मिलता है। रोज रात को गुनगुने दूध में एक चम्मच अरंडी का तेल मिलाकर सेवन करें। यह गुदा स्थान में नसों पर दबाव को कम करने में मदद करता है। इसलिए दर्द में भी राहत मिलती है।

एलोवेरा रस

बाहरी बवासीर और आंतरिक बवासीर के उपचार में एलोवेरा बहुत प्रभावशाली जड़ी-बूटि है। गुदा क्षेत्र में मजबूत सूजन, दर्द और जलन में एलोवेरा का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद होता है। असरदार रेचक होने के कारण एलोवेरा का इस्तेमाल कब्ज और आँतों के कार्य क्षमता को बढ़ाता है। केवल आधे एलोवेरा के रस को दिन में 3 बार सेवन करें। इसकी मदद से आपके दर्दनाक बवासीर से छुटकारा प्राप्त हो जायेगा।