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याददाश्त कैसे बढ़ायें?

इस हिंदी लेख में हम करेंगे कि मेमोरी  को तेज कैसे करें? याददाश्त कैसे बढ़ायें? अच्छी याददाश्त, एक बुद्धिमान व्यक्ति की पहचान होती है। दरअसल करियर से लेकर घरेलू काम-काजों तक हमारी तेज मेमोरी  एक खास रोल निभाती है। अगर आपको भी लगता है कि आपकी याददाश्त कमजोर हो चुकी है। या याददाश्त कमजोर होने के लक्षण आप महसूस कर रहे हैं। तो आप हिंदी लेख के माध्यम से जानेंगे कि आप कैसे अपनी मेमोरी को शार्प करें? कमजोर दिमाग को तेज कैसे करें? हम आपको कुछ जरूरी टिप्स के बारे में बतायेंगे, जिनकी सहायता से आप अपनी मेमोरी  को बढ़ा सकते हैं।

मेमोरी को बढ़ाने के लिए अपनायें ये जरूरी टिप्स

योग और मेडिटेशन

योग और मेडिटेशन से याददाश्त को सुधारा जा सकता है। यह आपकी मानसिक शक्ति और याद रखने की क्षमता को बेहतर कर सकता है। ध्यान करने से मानसिक तनाव कम होता है और मानसिक स्थिति (मेंटल कंडिशल) में सुधार होता है। जिसकी वजह से आपकी याददाश्त को बढ़ने मदद मिल सकती है।

हेल्दी डाइट

आहार यानी डाइट भी मेमोरी  को इफेक्ट करती है। हेल्दी डाइट और न्यूट्रिएंट्स (पोषक तत्वों) से भरपूर आहार लेना याददाश्त को सुधार सकता है। मेमोरी  को शार्प और स्वस्थ रखने के लिए ताजे फल, सब्जियां, फिश, नट्स और सेब जैसी चीजों को डाइट में शामिल करें।

पर्याप्त नींद

समय पर नींद पूरी करना भी मेमोरी  की हेल्थ के लिए बेहद जरूरी है। नींद की कमी से मानसिक तनाव और ध्यान की क्षमता पर असर पड़ सकता है। इसलिए अच्छी और स्वस्थ याददाश्त के लिए समय पर सोयें और समय पर जागें। 8 घंटे की गहरी नींद जरूर लें।

मेमोरी गेम्स और एक्सरसाइज़

बहुत से मेमोरी गेम्स और ब्रेन टीज़र, आपकी दिमाग की कार्य करने क्षमता को सुधार सकते हैं। क्रॉसवर्ड पजल, सुदोकू और दूसरे ब्रेन एक्सरसाइज़ गेम्स, मेमोरी को तत करने में मदद कर सकते हैं।

नई चीजों को सीखना

नई चीजें सीखना भी आपकी याददाश्त को बढ़ा सकता है। जैसे नई भाषा सीखना, नए स्किल (कौशल), कोई नया काम सीखना। ये अच्छी लगन वाली आदतें, मेमोरी स्क्लि को बढ़ा सकते हैं और याददाश्त को सुधार सकते हैं।

स्ट्रेस को कम करना

स्ट्रेस भी याददाश्त को प्रभावित कर सकता है। इसलिए स्ट्रेस को कम करने के लिए ध्यान और नियमित व्यायाम करना महत्वपूर्ण होता है।

ये सभी तरीके हैं, जो याददाश्त को सुधार सकते हैं। लेकिन यह याद रखें कि हर व्यक्ति अलग होता है,और उनकी याददाश्त को सुधारने के लिए अलग-अलग तरीके काम कर सकते हैं।

याददाश्त को बढ़ाने के लिए खाना चाहिए?

मेमोरी को बढ़ाने में अच्छी और हेल्दी डाइट का बेहद खास रोल होता है। याददाश्त को बढ़ाने और याद रखने की क्षमता को सुधारने के लिए हमें अपने खाने में ऐसे तत्त्व शामिल करने चाहिएं, जिनसे हमारे दिमाग की क्षमता बेहतर हो सकती है। यहां कुछ आहार के लिए सुझाव हैं, जो याददाश्त को बढ़ा सकते हैं।

मसूर की दाल

मसूर की दाल में भरपूर मात्रा में फोलेट होता है, जो दिमागी क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। यह दाल, याददाश्त को मजबूत करने में सहायक होती है।

सब्जियां और फल

हरी सब्जियों और फलों में विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। जो दिमाग को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। तरबूज, संतरा, खुबानी, अंगूर, ब्रोकली, गाजर, पालक, टमाटर, आलू, बैंगन, आदि सभी चीजें, याददाश्त को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।

बादाम और अखरोट

बादाम और अखरोट में भरपूर मात्रा में विटामिन और प्रोटीन होता है। जो दिमाग को ताजगी और ऊर्जा प्रदान करता है।

मछली

इस जलीए जीव यानी मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है। जो मेमोरी के कार्य करने की क्वालिटी को बढ़ाने में मदद कर सकता है।

शहद

शहद में एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं, जो दिमाग की सेहत के लिए फायदेमंद होती है।

ब्लूबेरी

इनमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट्स और फ्लेवोनॉयड्स, दिमाग के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। दरअसल ब्लूबेरी में विटामिन्स, मिनरल्स, और अन्य पोषक तत्व भी होते हैं, जो याददाश्त को बढ़ाने में सहायक हो सकते हैं। कुछ अध्ययनों में देखा गया है कि ब्लूबेरी के नियमित सेवन से दिमागी तनाव को कम किया जा सकता है और याददाश्त में सुधार हो सकता है।

याददाश्त बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा

अगर आपकी याददाश्त कमजोर है। याद रखने की क्षमता कम हो चुकी है। हर छोटी-बात जल्दी भूल जाते हैं। या अभी आप पढ़ रहे हैं। करियर बनाने की ओर कदम बढ़ा रहे हैं और इसलिए चाहते हैं कि आपकी मेमोरी स्किल और इम्प्रूव  हो। आपकी याददाश्त बेहतर हो। तो इन सभी स्थितियों में आप सूरज हर्बल्स आयुर्वेदिक कंपनी द्वारा निर्मित ‘मेमोरिचार्ज’ (MemoRecharge) कैप्सूल का सेवन करें। इसे व्यस्क और स्टूडेन्ट दोनों इस्तेमाल कर सकते हैं। शुद्ध जड़ी-बूटियों से तैयार किये जाने के कारण, इसको आप निःसंकोच लंबे समय तक सेवन कर सकते हैं। किसी भी तरह का कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होतो है।

मेमोरिचार्ज कैसे काम करता है?इस अयुर्वेदिक मेडिसिन में दिमाग तेज करने की जड़ी-बूटी, जैसे कि द्राक्षा, गिलोय, जटामांसी, मुलेठी, शतावरी, शिलाजीत, ब्राह्मी, शंखपुष्पी जैसे और भी जितनी जड़ी-बूटियाँ शामिल की गई हैं। सभी की सभी बहुत ही ज्यादा असरदार हैं, जो मेमोरी को बढ़ाने, मेमोरी स्किल को इमप्रूव करने, स्ट्रेस को कम करके, फोकस करने की क्षमता को बढ़ाने में मददगार है। कुल मिलाकर जब आप इस हर्बल मेडिसिन का सेवन रोज करना शुरू करेंगे। तो इसके बेहतर रिजल्ट देखकर, आप महसूस करेंगे, कि आपको याददाश्त कमजोर होने का इलाज मिल गया है।