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महिलाओं में थायराइड के लक्षण और उपचार

मामूली नहीं है थायराइड होना, जानें इसके लक्षण और उपचार

आज बहुत लोग ऐसे हैं, जो थायरॉइड (Thyroid) की प्रॉब्लम को फेस कर रहे हैं। कहीं भी देख लो, 10 में से 3 लोग थायराइड के शिकार मिल ही जायेंगे। थायरॉइड एक प्रकार से तितली के रूप जैसी एक ग्रंथि होती है, जो गर्दन के अंदरूनी हिस्से में कॉलरबोन के ठीक ऊपर होती है। जानकारी के लिए बता दें कि थायरॉइड एक तरह की एंडोक्राइन ग्रंथि है, जो हार्मोन्स का निर्माण करती है। ये एक ऐसी प्रॉब्लम है, जो महिलाओं को ज्यादातर परेशान करती है। महिलाओं में थायराइड क्यों होता है, इस टॉपिक पर हम आगे चर्चा करेंगे। थायरॉइड के दो टाइप होते हैं – हाइपरथायरॉइडिज्म और हाइपोथायरॉइड। नीचे हम महिलाओं में थायराइड के लक्षणों के बारे में बता रहे हैं। इन सभी लक्षणों को इन प्रश्नों के उत्तर के रूप में भी ले सकते हैं जैसे – महिलाओं में थायराइड बढ़ने से क्या होता है? थायराइड बढ़ने से क्या परेशानी होती है? थायराइड में क्या परेशानी होती है?

महिलाओं में थायरॉइड के लक्षण

  • घबराहट
  • आँखों में जलन
  • चिड़चिड़ापन
  • पसीना ज्यादा आना
    हाथों में कम्पन्न
  • बालों का पतलापन और झड़ना
  • नींद की कमी हो जाना
  • मांसपेशियों में कमजोरी और दर्द की शिकायत
  • दिल की धड़कन तेज होना
  • ज्यादा भूख लगना और फिर भी वजन कम होना
  • महिलाओं में मासिक धर्म की अनियमितता

पुरुषों में थायराइड के लक्षण

थायराइड एक ऐसी समस्या है, जोकि खराब लाइफ स्टाइल के कारण और पुरुष, महिला और बच्चे किसी में भी हो सकती है। अगर बात केवल पुरुषों की जाये, तो पुरुषों में आजकल थायराइड की सबसे खास वजह है नींद की कमी, तनाव, धूम्रपान और गलत डाइट। थायराइड की प्रॉब्लम होने पर पुरुषों के शरीर में कई सारे लक्षण नजर आने लगते हैं।

  • बिना कारण चिड़चिड़ाहट और मूड सि्ंवग्स
  • पैरों में दर्द की शिकायत रहना
  • बालों का झड़ना और गंजापन
  • हड्डियां कमजोर होना
  • दिल की धड़कन कम होने की परेशानी
  • शरीर और मुँह में सूजन
  • खराब सेक्सुअल हेल्थ और इरेक्टाइल डिसफंक्शन

महिलाओं में थायराइड के साइड इफेक्ट

महिलाओं में थायराइड के असंतुलन का आमतौर पर उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर होता है। थायराइड ग्रंथि शरीर के महत्वपूर्ण हार्मोन बनाने के लिए जिम्मेदार होती है और यह हार्मोन्स महिलाओं के मासिक चक्र, एनर्जी लेवल, वजन और मानसिक स्वास्थ्य (मेंटल हेल्थ) को कंट्रोल करते हैं। थायराइड के असंतुलन से पैदा होने वाली समस्याएं जैसे कि हाइपोथायरॉइडिज्म और हाइपरथायरॉइडिज्म, महिलाओं की हेल्थ पर निम्नलिखित प्रभाव डाल सकते हैं।

मासिक धर्म की समस्याएं :

हाइपोथायरॉइडिज्म के कारण महिलाओं में अनियमित मासिक धर्म की समस्या हो सकती है। यह उनके मासिक चक्र को प्रभावित कर सकता है, जिससे अनियमित या अधिक देरी से मासिक धर्म आ सकता है। इससे प्रिग्नेंसी प्लान करने में भी दिक्कत हो सकती है।

गर्भावस्था में प्रभाव :

थायराइड के असंतुलन से गर्भावस्था पर भी प्रभाव पड़ सकता है। हाइपोथायरॉइडिज्म गर्भावस्था के दौरान बच्चे के विकास पर असर डाल सकता है। जबकि हाइपरथायरॉइडिज्म गर्भावस्था के दौरान मां और बच्चे दोनों को इफेक्ट कर सकता है।

वजन और एनर्जी लेवल में बदलाव :

थायराइड के असंतुलन से महिलाओं के वजन में बदलाव आ सकता है। हाइपोथायरॉइडिज्म के कारण वजन बढ़ सकता है। जबकि हाइपरथायरॉइडिज्म से वजन घट सकता है। यह एनर्जी लेवल और मेटाबोलिज्म पर भी असर डाल सकता है।

मेंटल हेल्थ की प्रॉब्लम :

थायराइड के असंतुलन से मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ता है। यह चिंता, अवसाद, थकान, और इमोशन कंडिशन्स में चेंजिस पैदा कर सकता है।

फर्टिलिटी और गर्भावस्था :

थायराइड के असंतुलन से फर्टिलिटी और गर्भाधान पर भी प्रभाव पड़ सकता है, जो गर्भावस्था के दौरान स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकता है।

थायराइड कैंसर के लक्षण :

महिलाओं में थायराइड कैंसर के लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं। क्योंकि ज्यादातर इसके शुरूआती लक्षण या संकेत देखने को नहीं मिलते हैं। इसके शुरूआती जो लक्षण हैं जैसे थकान, बालों का झड़ना, स्किन और नाखूनों के रंग में पर बदलाव दिखना।

थायराइड की प्रॉब्लम से पीड़ित महिलाओं को रेगुलर चेकअप और ट्रीटमेंट के लिए डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

थायराइड में कहां-कहां दर्द होता है?

वैसे तो थायराइड के समस्याओं में ज्यादातर बॉडी वगैरह में दर्द की शिकायत बहुत कम होती है। क्योंकि अक्सर थायराइड में समस्याएं दर्द या बीमारी के रूप में नहीं दिखाई देतीं। यह ज्यादातर शरीर के दूसरे लक्षणों के साथ जुड़ी होती है। जैसे कि थकान, वजन में बदलाव, घबराहट, अनियमित मासिक धर्म, बालों की समस्याए, मांसपेशियों में कमी या मानसिक समस्याएं आदि। फिर भी जहां तक प्रश्न है कि थायराइड में दर्द कहां होता है, तो थायराइड में पैरो में दर्द होना, सबसे आम लक्षण है। इसके साथ मांसपेशियों और जोड़ों में भी दर्द हो सकता है। अगर थायराइड समस्या के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो बेहतर यही होगा कि डॉक्टर से परामर्श लें ताकि सही जांच और उपचार हो सके।

थायराइड को जड़ से खत्म करने के उपाय

थायराइड को जड़ से खत्म करना संभव नहीं होता, लेकिन इसे कंट्रोल करने और इसके लक्षणों को कम करने के लिए कई उपाय अपना सकते हैं। यहाँ कुछ उपाय दिए गए हैं जो थायराइड को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं।

  • हेल्दी डाइट : खाने में अनाज, फल, सब्जियाँ, प्रोटीन, और पौष्टिक तत्वों को शामिल करें। इसके अलावा शहद, अदरक, अंजीर और केला भी थायराइड को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं।
  • रेगुलर एक्सरसाइज : नियमित व्यायाम थायराइड को कंट्रोल करने में सहायक हो सकता है। योग, व्यायाम और प्राणायाम के अभ्यास से स्वस्थ रहें।
  • स्ट्रेस कम करें : स्ट्रेस को कम करने के लिए ध्यान, योग, या मेडिटेशन का अभ्यास करें। स्ट्रेस को कंट्रोल करना थायराइड के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।
  • अनुशासन : अपने दिनचर्या में नियमितता और अनुशासन बनाए रखें। सोने का समय, उठने का समय, भोजन का समय, सब कुछ नियमित होना चाहिए।
  • डॉक्टर की सलाह : अपने डॉक्टर से रेगुलर जाँच और सलाह लें। वे सही दवाओं और उपायों की जानकारी देंगे, जो थायराइड को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं।

थायराइड की आयुर्वेदिक दवा कौन सी है?

अगर थायराइड की समस्या से परेशान हैं और इसमें आराम पाने की कोई आयुर्वेदिक दवा ढूंढ रहे हैं। हम बताते हैं थायराइड की आयुर्वेदिक दवा कौन सी है, जो बिना किसी साइड इफेक्ट के थायराइड को कंट्रोल करने में मदद करेगी। सूरज हर्बल्स आयुर्वेदिक कंपनी का ‘थायोरिड कैप्सूल’ (ThyoRid Capsule) का सेवन करें। यह थायराइड का आयुर्वेदिक उपचार है। इस औषधी को एकदम शुद्ध जड़ी-बूटियों की मदद से तैयार किया जाता है। इसलिए इस दवा के नियमित सेवन से शरीर पर किसी भी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। इस thyroid ki dava (थायोरिड) के सेवन से शीघ्र ही थायराइड कंट्रोल में आने लगता है और अपनी समस्या में सुधार देखने को मिलता है।

थायोरिड ही क्यों?

अक्सर जिन लोगों को थायराइड की समस्या होती है और वे थायराइड गोली का नाम, थायराइड की टेबलेट या फिर थायराइड की सबसे अच्छी दवा कौन सी है? इस बारे में विचार कर रहे होते हैं। तो उनके लिए हम बता दें कि आयुर्वेदिक दवा थायोरिड कैप्सूल का सेवन जरूर करें। अगर प्रश्न ये है कि थायोरिड ही क्यों सेवन करें? तो नीचे हमें इसके कुछ विशेष फायदे बता रहे हैं।

थायोरिड की विशेषताएं

1. यह पूरी तरह आयुर्वेदिक दवा है, जिसके सेवन से कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है।